आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में 11-13 फरवरी तक जी-20 समिट का आयोजन किया गया। इस दौरान शहर को गमलों से सजाया गया था। समिट खत्म होने के दूसरे दिन ही लोग गमले और फूलों के पौधों को चोरी कर ले गए। अब पुलिस इन गमलों को घर-घर जाकर खोज रही है।
बुधवार को पुलिस ने कई क्षेत्रों में छापेमारी की। इस दौरान लोगों के घरों से 16 बड़े और 50 छोटे गमले बरामद हुए हैं। पुलिस इन्हें एकत्र करके अपने साथ ले गई। हालांकि गमला चोरी करने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी यह अभी साफ नहीं हो सका है। जी-20 मेहमानों को ताजनगरी से गए एक दिन भी नहीं बीता कि सौंदर्यीकरण के कामों को खराब करने का सिलसिला शुरू हो गया। वीआईपी रोड पर जी-20 के श्रीराम चौक पर लगाए लोगो को तोड़ दिया, वहीं सड़क किनारे रखे गमले चोरी कर लिए गए। इसी तरह माल रोड और वीआईपी रोड पर दीवारों पर बनाई गई पेंटिंग और डिवाइडर पर पान और गुटके की पीक से पहले की तरह खराब कर दिया गया है।
जी-20 के लिए 15 दिन तक रात-दिन जागकर हजारों मजदूरों, कर्मचारियों ने काम किया। एयरपोर्ट से ताजमहल और आगरा किले तक सड़क की तस्वीर बदलकर रख दी। उसी रास्ते के डिवाइडर और दीवारें महज 24 घंटे बाद ही खराब कर दिए गए। खेरिया मोड़ से रेलवे पुल, ईदगाह बस स्टैंड के सामने, नामनेर मोड़, बीएसएनएल मोड़, अग्रसेन चोक और यमुना किनारा में बेलनगंज मोड़ व आंबेडकर पुल मोड़ और कलेक्ट्रेट से प्रतापपुरा चौराहा तक डिवाइडर पर गुटका, पान-मसाले के पीक से डिवाइडर पर दाग लगा दिए हैं।
गमले चोरी करने पर एफआईआर
एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ ने बताया कि आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए आई लव आगरा सेल्फी पॉइंट से ताजमहल पूर्वी गेट तक डेकोरेटिव प्लांट के गमले लगाए गए थे। 13 फरवरी की रात में ही अज्ञात लोगों ने 60 गमले चोरी कर लिए। इनमें 10 गमले 24 इंच के और 50 गमले 10 इंच साइज के हैं। इस चोरी के मामले में थाना ताजगंज में प्राधिकरण की ओर से सिक्योरिटी फर्म ने एफआईआर दर्ज कराई है।
यमुना पुल से भी गायब हुए गमले
केवल फतेहाबाद रोड, वीआईपी रोड से ही गमले चोरी नहीं हुए, बल्कि यमुना नदी के आंबेडकर पुल पर जालियों पर लगाए गए गमले भी चोरी हो गए। तारघर चौराहे के पास दुर्घटना में एक बोर्ड से गमले गिर गए, जिन्हें हटा दिया गया, जबकि फतेहाबाद रोड पर गमलों के आगे लोहे की जाली लगाई गई है, ताकि चोरी न हों।