- दवा कम्पनी में हासिल की टेबलेट, कैप्सूल, सीरप निर्माण की जानकारी
मथुरा। विद्यार्थी जीवन में शैक्षिक भ्रमण का विशेष महत्व है। जो बातें छात्र-छात्राएं पुस्तकों को पढ़कर नहीं जान पाते वही बातें शैक्षिक भ्रमण में वे आसानी से समझ जाते हैं। विद्यार्थियों के कार्य कौशल में वृद्धि एवं व्यावसायिक शिक्षा की फार्मास्युटिकल उद्योग में उपयोगिता समझाने के लिए विगत दिवस राजीव एकेडमी फॉर फार्मेसी के छात्र-छात्राओं को एवरटच हेल्थकेयर एण्ड ग्रुप कोसीकलां ले जाया गया।
राजीव एकेडमी फॉर फार्मेसी के असिस्टेंट प्रोफेसर पवन पांडेय, शिवेन्द्र कुमार और आर.के. चौधरी के नेतृत्व में एवरटच हेल्थकेयर एण्ड ग्रुप कोसीकलां गए छात्र-छात्राओं को प्लांट की प्रोडक्शन प्रमुख बबली सोरोत द्वारा कम्पनी की प्रत्येक इकाई एवरटच हेल्थ केयर, एवरटच बोयोरेमेडीज, मोनिका लाइफ साइंस आदि में टेबलेट, कैप्सूल, सीरप एवं अन्य फार्मास्युटिकल उत्पादों की निर्माण विधि, गुणवत्ता मानक एवं पैकेजिंग विधि इत्यादि से रूबरू कराया गया। शैक्षिक भ्रमण में छात्र-छात्राओं को दवाओं के निर्माण के साथ ही फार्मेसी क्षेत्र में करिअर की सम्भावनाओं की भी जानकारी मिली।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि वैसे तो इंसान जीवन भर कुछ न कुछ सीखता रहता है मगर सीखने का स्वर्णिम काल विद्यार्थी जीवन ही है। विद्यार्थी जीवन में युवा पीढ़ी को जितना सीखने के अवसर दिए जाएंगे उनकी मेधा उतनी परिष्कृत होगी। विद्यार्थी जीवन इंसान को जिन्दगी में आगे बढ़ने का मौका देता है लिहाजा बच्चों को पढ़ाई के साथ नियमित अंतराल में शैक्षिक भ्रमण के अवसर मिलने चाहिए।
संस्थान के निदेशक प्रो. देवेन्द्र पाठक ने कहा कि अध्ययनकाल में जितना पुस्तकों का महत्व है, उससे कहीं अधिक महत्व छात्र-छात्राओं को प्रयोगात्मक जानकारी दिलाना होता है। विद्यार्थियों के कार्य कौशल में वृद्धि एवं व्यावसायिक शिक्षा की फार्मास्युटिकल उद्योग में उपयोगिता समझाने के लिए ही राजीव एकेडमी फॉर फार्मेसी संस्थान द्वारा औद्योगिक भ्रमण कराया गया। प्रो. पाठक ने कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील चौधरी का आभार माना कि उन्होंने छात्र-छात्राओं को कम्पनी की प्रत्येक इकाई का अवलोकन करने की अनुमति दी।