संस्कृति विश्वविद्यालय में 4 मार्च को रक्दान शिविर का आयोजन किया गया। जिसका शुभारम्भ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एम. बी. चेट्टी ने फीता काट कर किया। साथ में विवि के डायरेक्टर जनरल डॉ. जे.पी. शर्मा, डॉ. के. के. पारासर, डॉ. रेनू गुप्ता, डॉ. मोहनन, डॉ. डी.के. शर्मा, रतिस शर्मा, अरुन त्यागी, उपस्थित थे।
रक्तदान को रामकृष्ण सेवाश्रम रक्त कोष द्वारा एकत्रित किया गया। इस रक्तदान शिविर का आयोजन 04 मार्च, मंगलावर को हिन्दू नव वर्ष विक्रम संवत 2080 के उपलक्ष्य में किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया । इस रक्त दान शिविर में विवि के सहायक आचार्य, सह आचार्य, आचार्य, स्टाफ सदस्य एवं विद्यार्थियों ने 101 यूनिट रक्तदन किया। भारत में प्रति वर्ष 15 मिलियन यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है। एक स्वस्थ व्यक्ति में 4 -6 लीटर रक्त विद्यमान होता है । प्रति वर्ष 75 मिलियन व्यक्ति रक्त की कमी के कारण मृत्यु हो जाती है। जिसमे 4.5 मिलियन जीवन को रक्तदान के द्वारा बचाया जाता है। एक स्वस्थ व्यक्ति जिसकी उम्र 16 -18 वर्ष जिसका वजन 45 किलो से ज्यादा और उसका हीमोग्लोबिन पुरुष 12 एवं महिला का 12.5 जीएम/डीएल हो तो वह रक्तदान कर सकता है एवं अपनी एवं दूसरों के जीवन को बचा सकता है।
रक्तदान शिविर में युवाओं ने किया 101 यूनिट रक्तदान
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