जीपैट परीक्षा में सफलता पाने वाले छात्रों जीएलए विश्वविद्यालय की उत्कृष्ट शिक्षा को सराहा
मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के फार्मेसी विभाग के 5 छात्रों ने ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टीट्यूट टेस्ट यानि जीपैट में सफलता पायी है। छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा दी जा रही बेहतर शिक्षा को दिया है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के दिशा-निर्देशन में प्रतिवर्ष राष्ट्रीय स्तर की जीपैट परीक्षा आयोजित की जाती है। इस परीक्षा में फार्मेसी के स्नातक छात्र प्रतिभाग के करते हैं। इस परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले विद्यार्थियों को परास्नातक में आसानी से प्रवेष मिल जाता है। साथ ही सरकार द्वारा दी जाने वाली स्कालरशिप का भी लाभ मिलता है।
इसी परीक्षा में जीएलए के पांच छात्रों ने सफलता हासिल कर राष्ट्रीय स्तर पर जीएलए की बेहतर शिक्षा का प्रमाण दिया है। सफलता हासिल करने वाले छात्रों में भावनी सर्राफ रैंक 1147, दिया वार्ष्णेय रैंक 1266, पराग वाश्र्णेय रैंक 1674, रवि वर्मा 4386 एवं सुरेन्द्र कुमार ने 8870 रैंक हासिल की है। छात्रा दिया वार्ष्णेय ने बताया कि जीएलए विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग में क्लास रूम की पढ़ाई से अलग हटकर विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी भी करायी जाती है। इसके लिए विश्वविद्यालय में ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट विभाग की काफी बड़ी टीम है, जो छात्रों के भविष्य को बुनने में जुटी हुई है।
फार्मेसी विभाग के निदेशक डा. अरोकिया बाबू ने बताया कि हर साल पूरे सत्र में एक बार जीपैट परीक्षा करायी जाती है। राष्ट्रीय स्तर के ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टिट्यूड टेस्ट (जीपैट) की परीक्षा का आयोजन अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी कराती है। इस साल 22 मई, 2023 को परीक्षा का आयोजन किया गया था। जिसका परिणाम बीते दिनों जारी हुआ। उन्होंने कहा कि जीपैट सफल छात्र जीएलए में भी एमफार्मा पाठ्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं। प्रवेश प्रक्रिया चल रही है।
इस सफलता के अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो. मीनाक्षी वाजपेयी ने सफल छात्रों को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। साथ ही संस्थान के सभी अध्यापकों ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाले समय में और भी छात्र इन छात्रों से प्रेरित होकर जीपैट की तैयारी के लिए कॉम्पटीशन की पढ़ाई में बढचढ़कर प्रतिभाग करेंगे।