जीएलए मैकेनिकल इंजी. के 122 से अधिक छात्र चयनित
55 से अधिक कंपनियों ने जीएलए मैकेनिकल इंजीनियरिंग के सत्र 2022-23 के छात्रों को दिया रोजगार
मथुरा : वर्तमान समय आधुनिकता का है। भारत देश में दिग्गज ऑटोमोबाइल कंपनियों ने नई-नई डिजाइन की बेहतर गाड़ियां और तमाम नई तरीके की मषीनों को जमीं पर उतारकर यांत्रिक-अभियान्त्रिकी के क्षेत्र में धूम मचा दी है। इससे मैकेनिकल इंजीनियरिंग छात्रों के लिए रोजगार के द्वार तो खुले ही हैं, बल्कि इन कंपनियों में बेहतर इंजीनियरों की मांग और बढ़ी है। इस बात का अंदाजा जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के बीटेक मैकेनिकल के 122 छात्रों को दिग्गज कंपनियों में मिले रोजगार से लगाया जा सकता है।
विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के सत्र 2022-23 के छात्रों ने 55 से अधिक राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कंपनियों में जीएलए विश्वविद्यालय की उत्कृष्ट शिक्षा को प्रदर्शित किया है। 122 से अधिक छात्रों ने कंपनियों के पदाधिकारियों द्वारा रोजगार के लिए आयोजित की गयी परीक्षा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर चयन सूची में अपना दर्ज कराया है। इनमें से 17 से अधिक छात्र तो ऐसे हैं जिन्हें एक से अधिक कंपनियों टाटा कंसल्टेंसी इंजीनियरिंग, अडानी ग्रुप, एफकोन, होंडा, इस्जैक, एफएम इंडिया सप्लाई चेन, वोल्टास, यूनो मिंडा, किओन इंडिया, वीका ग्रुप, बालकृष्ण इंडस्ट्रीज, एसीएमई इंडिया, संधार टेक्नोलॉजी, एसएमएस गु्रप, एफकॉंस, यूनिवर्सल मैप प्रोजेक्ट आदि कंपनियों ने बेहतर पैकेज पर जॉब ऑफर किए हैं।
टीसीई में चयनित छात्रा नेहा यादव ने बताया कि कंपनियों द्वारा आयोजित कैंपस प्लेसमेंट के दौरान साक्षात्कार में पूछे गए अधिकांश प्रश्न विभाग द्वारा करायी गयी प्लेसमेंट की तैयारी में से रहे। जिस कारण लिखित और मौखिक परीक्षा के दौरान कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा। छात्रों ने बताया कि प्रत्येक कॉप्टीषन में सफलता के लिए ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट विभाग की टीम छात्रों के लिए काफी मेहनत करती है। इसके अलावा विश्वविद्यालय में समय-समय पर कंपनियों के एचआर, हेड एचआर, सीईओ, प्रोजेक्ट मैनेजर आदि के माध्यम से व्याख्यान आयोजित किए जाते हैं। इस दौरान छात्र अपनी संकाओं को दूर करने का काफी प्रयास करता है।
विभागाध्यक्ष प्रो. पीयूष सिंघल ने बताया कि बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के 122 से अधिक विद्यार्थियों को शैक्षणिक सत्र 2022-23 में 55 से अधिक कंपनियों द्वारा चुन लिया गया। जिसमें 17 से अधिक छात्र ऐसे रहे कि जिन्हें 4 से 7 लाख के पैकेज पर एक से अधिक कंपनियों ने रोजगार प्रदान किया। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग की टीम नए सत्र के अधिक से अधिक छात्रों को रोजगार दिलाने के प्रयास में जुट गई है। कंपनियों में लगातार विजिट भी किया जा रहा है।
डीन रिसर्च प्रो. कमल शर्मा ने बताया कि विभाग छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ आधुनिक तकनीकी से रूबरू कराने के लिए विभाग में स्थापित रिसर्च सेन्टर माइक्रोनैनो डेवलपमेंट एंड रिसर्च सेंटर, सेंटर ऑफ ऑटोमोटिव रिसर्च सेंटर, सोलर एनर्जी रिसर्च सेंटर आदि लैबां में रिसर्च के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। एसोसिएट हैड डा. नवीन गुप्ता एवं ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट इंचार्ज विकास शर्मा ने कहा कि आगामी समय में मेक इन इंडिया और अनेक सरकारी नीतियों के कारण रोजगार की संभावनाएं और बढ़ेंगी।