राजीव एकेडमी में अतिथि वक्ता ने साझा किए अपने अनुभव
मथुरा। आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में इंडस्ट्री और कम्पनियों को ऐसे एक्सपर्ट्स की तलाश रहती है जो उनके बिजनेस की हर समस्या का निदान आसानी से कर सके। मौजूदा दौर में बिजनेस एनालिटिक्स क्षेत्र में शानदार करिअर है। यह बातें शुक्रवार को राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट द्वारा आयोजित कार्यशाला में रिसोर्स परसन सुनीति चौरसिया सीनियर बिजनेस एनालिस्ट आरसीएम ग्लोबल प्रा.लि. (यू.एस.ए. हेल्थ केयर सेक्टर एमएनसी) ने छात्र-छात्राओं को बताईं।
उन्होंने कार्यशाला में एमबीए के छात्र-छात्राओं को बताया कि बिजनेस एनालिस्ट बनने के लिए बिजनेस, सांख्यिकीय और विश्लेषणात्मक ज्ञान जरूरी है। एक अच्छे बिजनेस एनालिस्ट में बिजनेस मॉडल, केपीआई का ज्ञान होने के साथ-साथ डेटा एनालिटिक्स तथा विजुअलाइजेशन जैसे तकनीकी पहलुओं में भी दक्षता होनी चाहिए। सुश्री चौरसिया ने कहा कि बिजनेस एनालिस्ट डेटा विश्लेषण के माध्यम से बिजनेस प्रोसेस, प्रोडक्ट्स, सेवाओं और सॉफ्टवेयर को बेहतर बनाने के लिए कम्पनियों को गाइड करते हैं। इससे कम्पनियों को महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद मिलती है।
बिजनेस एनालिस्ट के क्षेत्र में करिअर बनाने का एक फायदा यह भी है कि इसकी भूमिका में बहुत विविधता है। आप स्वास्थ्य, ऑटोमोबाइल, मनोरंजन इत्यादि क्षेत्रों में करिअर चुन सकते हैं। इस नौकरी को अपनी पसंद के अनुसार बदल भी सकते हैं। अतिथि वक्ता चौरसिया ने कहा कि बिजनेस एनालिस्ट का काम सीधे तौर पर क्लाइंट से जुड़ा है इसलिए उनमें कम्युनिकेशन स्किल होना आवश्यक है। इतना ही नहीं इसमें डेटा रुझानों का विश्लेषण करना तथा रिपोर्ट करना होता है, इसलिए सिस्टम, प्रोडक्ट और टूल्स की सामान्य समझ भी जरूरी है।
रिसोर्स पर्सन ने छात्र-छात्राओं को बताया कि इस क्षेत्र में आँकड़ों और तथ्यों के विश्लेषण तथा इस्तेमाल के बारे मंर कार्य किया जाता है। इसी आधार पर बिजनेस संबंधी नीतियां बनाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि बिजनेस एनालिटिक्स में एमबीए करना सरल है। यह डेटा साइंस की तरह कठिन कोर्स नहीं है। विद्यार्थी बिजनेस एनालिटिक्स में एमबीए करने के बाद डेटा-सेवी प्रोफेशनल बनकर करिअर की ऊंची उड़ान भर सकते हैं। बिजनेस एनालिटिक्स में एमबीए डिग्री किसी भी प्रोफेशनल को कारपोरेट जगत में वरिष्ठ पद तक पहुंचा सकती है। अंत में संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने अतिथि वक्ता का आभार माना।