मथुरा। विश्व में अपनी अलग पहचान बना चुकी “स्टार वायर इंडिया कंपनी” की धमक अब चांद तक पहुंच चुकी है। चंद्रयान-3 में जो स्टील ऊपरी हिस्से व कल पुर्जों आदि में इस्तेमाल हुआ वह विश्व विख्यात कंपनी स्टार वायर इंडिया में तैयार किया गया था।
कंपनी के चेयरमैन महेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि भारतीय अंतरिक्ष विभाग (इसरो) के साथ स्टार वायर इंडिया का करार है तथा अंतरिक्ष में जाने वाले रॉकेटों के लिए यह खास स्टील उन्हीं की कंपनी से निर्यात की जाती है जिसे अनुसंधान के बाद तैयार किया जाता है। इसी स्टील से अंतरिक्ष यानों के ऊपरी कवच व अन्य कल पुर्जे भी बनाए जाते हैं।
चंद्रयान-3 को मिली सफलता के बाद इसरो के डिप्टी डायरेक्टर द्वारा कंपनी के चेयरमैन महेंद्र कुमार गुप्ता को पत्र लिखकर बहुत अच्छी क्वालिटी के स्टील की आपूर्ति करने के लिए उन्हें व स्टार वायर इंडिया की टीम को धन्यवाद दिया है।
उल्लेखनीय है कि स्टार वायर इंडिया कंपनी जो बल्लभगढ़ में स्थित है, की स्थापना महावर वैश्य समाज की विभूति सेठ सीताराम गुप्ता, जो वर्तमान अध्यक्ष महेंद्र कुमार गुप्ता के पिता हैं, ने लगभग 5 दशक पूर्व की थी। इस कंपनी से बने स्टील से ही ब्रह्मोस मिसाइल बनी है। यही नहीं इस कंपनी द्वारा एशिया में सबसे पहले बुलेट प्रूफ कार व बुलेट प्रूफ जैकेट बनाना शुरू किया था। आज भी विश्व के अनेक देशों में बुलेट प्रूफ जैकेट व अन्य सामान का निर्यात काफी मात्रा में होता है।
यही नहीं हवाई जहाज, रेल, सेना आदि के लिए भी कंपनी स्टील व अन्य कल पुर्जों आदि साजो सामान का निर्यात करती है। गुणवत्ता की वजह से इस कंपनी की धाक देश ही नहीं विदेशों तक में है। सेठ सीताराम गुप्ता मथुरा से जुड़े हुए हैं। उनकी ससुराल मंडी रामदास स्थित बिंदीमल श्री नाथ दास शोरा वालों के यहां है तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं समाजसेवी स्व. लाल नवल किशोर गुप्ता उनके मौसाजी हैं। स्टार वायर इंडिया की इस सफलता से मथुरा वासी खास तौर से महावर वैश्य समाज के लोग आह्लादित हैं। अनेक लोगों ने 91 वर्षीय सेठ सीताराम गुप्ता को बधाई देते हुए स्टार वायर इंडिया कंपनी के उज्जवल भविष्य की कामना की है।
स्टार वायर इंडिया की धमक चांद तक पहुंची
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