मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल में एक सप्ताह तक चले समर कैम्प का हर्षोल्लास के बीच केक काटकर समापन किया गया। प्रशिक्षण शिविर के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि नीरू निदेशक साल्ट एण्ड पेपर कम्पनी ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि उन्होंने शिविर में अपने प्रशिक्षकों से जो कुछ सीखा है, उसका निरंतर अभ्यास करते रहें। यदि हमने ऐसा नहीं किया तो जो कुछ सीखा है, उसे भूल जाएंगे।
स्कूल की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस साल भी छात्र-छात्राओं को किताबी ज्ञान से इतर अन्य विधाओं में भी पारंगत करने के लिए राजीव इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन द्वारा एक सप्ताह के समर कैम्प का आयोजन किया गया। सुबह सात से दस बजे तक चलने वाले इस समर कैंप में सभी आयु वर्ग के विद्यार्थियों के लिए विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण विषय विशेषज्ञों द्वारा दिया गया।
प्राइमरी के विद्यार्थियों को जहां एरोबिक्स, ओरीगेमी, ड्राइंग एंड कलरिंग, क्राफ्ट, कैलिग्राफी, कर्सिव राइटिंग, स्प्लैश पूल, कुकिंग विदाउट फायर, ताइक्वांडो, स्केटिंग, बैडमिंटन, क्रिकेट, बास्केटबॉल, व्यक्तित्व विकास, पेंटिंग, डांस, म्यूजिक आदि का प्रशिक्षण दिया गया वहीं जूनियर कक्षा के विद्यार्थियों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ब्यूटी वैलनेस, कोडिंग, डिजिटल सिटीजनशिप, फाइनेंशियल लिटरेसी, डाटा साइंस, हैंडीक्राफ्ट, मास्क मेकिंग, कविता पाठ, हर्बल हेरिटेज आदि हुनर सिखाए गए।
शिविर के समापन अवसर पर छात्र-छात्राओं ने मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत कर जहां सभी का खूब मनोरंजन किया वहीं उन्होंने शिविर में जो कुछ भी सीखा उसका प्रदर्शन भी किया। बच्चों ने रैम्प पर जहां कैटवॉक किया वहीं स्वयं द्वारा निर्मित कलाकृतियों की प्रदर्शनी भी लगाई जिसे मुख्य अतिथि नीरू ने खूब सराहा। उन्होंने बच्चों द्वारा निर्मित कलाकृतियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण शिविरों से विद्यार्थियों की रुचि और क्षमता में वृद्धि होती है। उन्होंने कहा कि आज के समय में बच्चों को सिर्फ किताबी ज्ञान देना ही पर्याप्त नहीं है।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए समर कैम्प बहुत जरूरी हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि ऐसे शिविरों से बहुत कुछ नया सीखने को मिलता है। समर कैम्प बच्चों को नए माहौल में समय बिताने और नई चीजों को आजमाने का मौका देते हैं।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि सालभर के स्कूली रूटीन में क्लास वर्क, होमवर्क और दूसरी एक्टिविटीज का तनाव तथा मानसिक दबाव झेलने वाले बच्चों के लिए समर कैम्प बेहद जरूरी हैं। समर कैम्प बच्चों को आत्मनिर्भर बनाते हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि शैक्षणिक, एथलेटिक्स, सोशल और क्रिएटिव एक्टिविटीज बच्चों के व्यक्तित्व को निखारती हैं। समर कैम्प में बच्चे नई-नई चीजें सीखते तथा हमउम्र साथियों संग सीखे मानवीय भाव सदा के लिए उनके व्यक्तित्व का हिस्सा बन जाते हैं।
विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने कहा कि समर कैम्प भावनात्मक बुद्धिमत्ता के साथ-साथ आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता, स्वस्थ जीवनशैली, लीडरशिप और दूसरे कई स्किल्स को बढ़ावा देते हैं। ये सभी बातें बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाती हैं। कार्यक्रम का संचालन अशिता बंसल एवं उन्नति अग्रवाल ने किया।