मथुरा। भारत एक विकासशील देश है, जहां मैन्युफैक्चरिंग एवं डिजाइनिंग के क्षेत्र में प्राइवेट एवं सरकारी सेक्टर को आये दिन ऐसे मैकेनिकल इंजीनियर्स की आवश्यकता होती है। इसी के तहत भारत सरकार के मेक इन इंडिया प्रोग्राम को गति देने में जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा का मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग भी जुटा हुआ है। हाल ही में विभाग के 96 प्रतिशत छात्र एवं छात्राओं का चयन विभिन्न राश्ट्रीय एवं अन्तरराश्ट्रीय कंपनियों में हुआ है।
जीएलए विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के 96 प्रतिशत छात्रों को 20 से अधिक कम्पनी में रोजगार मिला। इनमें से अधिकतर कोर कम्पनियां है। इन कंपनी में छात्र डिज़ाइन इंजीनियर, प्रोडक्शन इंजीनियर से लेकर असिस्टेंट मैनेजर और अन्य पदों पर चयनित हुए है। छात्रों के चयन के लिए यूनो मिण्डा, इसजेक हैवी इंजीनियरिंग, एफकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर, सिंडा इंजीनियरिंग, वोल्टास, मिण्डा कारपोरेशन, शापूरजी पलोनजी एवं एसएमएस ग्रुप प्रमुख रूप से कैंपस विजिट किया। चयनित हुए छात्रों में अधिकतर को 6 लाख से अधिक के पैकेज पर रोजगार मिला है।
एसएमएस ग्रुप में चयनित छात्रा श्रुति जेटली ने कहा कि उत्कृष्ट शिक्षा से लेकर रोजगार का पर्याय बना जीएलए विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के हित के लिए सर्वोपरि है। मुझे शिक्षा के दौरान क्लास रूम की पढ़ाई के अलावा खेलकूद से लेकर अनुसंधान, आधुनिक लैब्स में बेहतर ट्रेनिंग, मैकेनिकल के क्षेत्र में रचनात्मक शिक्षा के साथ-साथ रोजगारपरक बनने का ज्ञान भी हासिल हुआ। ऐसी ही बेहतर और रचनात्मक शिक्षा विश्वविद्यालय अपने प्रत्येक विद्यार्थी को प्रदान करता है। यही कारण है कि किसी भी विद्यार्थी को ड्रीम जॉब्स पाने के लिए टेस्ट और साक्षात्कार के दौरान अधिक कठिनाईयों का सामना नहीं करना पड़ता है।
विभागाध्यक्ष प्रो. पीयूश सिंघल ने बताया कि अगर जीएलए विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के प्लेसमेंट रिकॉर्ड देखें तो, यहां के विद्यार्थियों का चयन यूनो मिंडा, जेएस डब्लू, बीकेटी, सुपरटेक, इयूलर, अड़ानी ग्रुप, एफकॉन, टीसीई, वीका ग्रुप जैसी बड़ी एवं नामी कंपनी में हुआ है। यह विश्वविद्यालय एवं छात्र दोनों के लिए गर्व की बात है। जीएलए विश्वविद्यालय में उद्योग प्रासंगिक पाठ्यक्रम के साथ ही छात्रों को बुनियादी ढांचे और अकादमिक माहौल प्रदान किया जाता है। विभाग के ट्रेनिंग प्लेसमेंट एडवाइजर विकास शर्मा ने बताया कि शत-प्रतिशत छात्रों के चयन के लिए विश्वविद्यालय कंपनियों के संपर्क में है।
जीएलए बीटेक मैकेनिकल के 96 प्रतिशत छात्र चयनित
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