जुलाई माह में 305 रेलवे रियायत कार्ड बना कर जारी किये
यात्रियों को बेहतर सेवा देने के लिए संकल्पित आगरा रेल मंडल द्वारा निरंतर सर्वोत्तम प्रयास किए जा रहे हैं |मंडल रेल प्रबंधक आगरा तेज प्रकाश अग्रवाल के मार्गदर्शन में व वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमित आनन्द के नेतृत्व में इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल से जून 2024 तक 924 रेलवे रियायत कार्ड बना कर जारी किये जा चुके है |वही जुलाई माह में 305 रेलवे रियायत कार्ड बना कर जारी किये है जिससे किराये में छूट मिलेगी व रेलवे रियायत कार्ड बनने से उनको रेल यात्रा के दौरान परेशानी का सामना नही करना पढ़ेगा | शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्ति एक आवेदन पत्र देकर रेलवे रियायत कार्ड के लिए आवेदन कर सकते है। अब रेलवे दिव्यांग यात्रियों को अपने रिकॉर्ड में रजिस्टर्ड कर रहा है। इसके लिए दिव्यांग यात्रियों को डीआरएम ऑफिस आगरा में ऑफलाइन आवेदन कर सकते है। वेरीफिकेशन के बाद डीआरएम ऑफिस से मिले रियायत कार्ड को रेलवे के सॉफ्टवेयर में अपडेट कर दिया जाएगा। इसके बाद जब भी विकलांग यात्री टिकट के लिए आवेदन करेगा, तो उसे अपने रेलवे रियायत कार्ड की फोटो कॉपी देनी होगी। जैसे ही रेलवे रियायत कार्ड की एंट्री सॉफ्टवेयर में की जाएगी उक्त यात्री की पूरी डिटेल मॉनिटर पर सामने आ जाएगी और उसी आधार पर कंसेशन टिकट बनाया जाएगा। यही व्यवस्था ई टिकट पर भी रहेगी। ताकि रेल, यात्रा के लिए दिव्यांग यात्रियों को किसी प्रकार की काेई परेशानी न उठानी पड़े, वर्तमान में दिव्यांग सर्टिफिकेट के आधार पर ही टिकट बनाए जा रहे हैं। दिव्यांग यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने रियायत कार्ड की सुविधा शुरू की है। इन दस्तावेजों की होगी आवश्यकता- जिला चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी किया चिकित्सा प्रमाण पत्र ,फोटो, परिचय पत्र , रियायत प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी व इस कार्ड की वैधता पांच वर्ष की है।
जनसंपर्क अधिकारी कु. प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया की शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्ति एक आवेदन पत्र देकर रेलवे रियायत कार्ड के लिए आवेदन कर सकते है।अभी तक दिव्यांगो को मिलने वाली रियायत के बाद उनके वेरिफिकेशन की कोई प्रक्रिया नहीं थी। ऐसे में कई लोग फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर कंसेशन टिकट लेकर यात्रा कर लेते थे। जिस पर अब नियंत्रण लगाया जा सकेगा। रेलवे रियायत कार्ड बनने से किराये में छूट मिलेगी व उनको रेल यात्रा के दौरान परेशानी का सामना नही करना पढ़ेगा |