- 28 मार्च 2022 को रेस्क्यू किए गए थे मोहम्मद जाहिद
- मानसिक स्थिति ठीक ना होने के चलते 12 साल की उम्र में हुए थे लापता
- रेही टोला अररिया, बिहार के रहने वाले हैं मोहम्मद जाहिद
वृंदावन। अपना घर आश्रम वृंदावन की रेस्क्यू टीम के द्वारा धन्नाराम जांदू की सूचना पर 28 मार्च 2022 को मानसिक स्थिति ठीक ना होने की स्थिति में प्रभु जी का रेस्क्यू कर उपचार एवं पुनर्वास के लिए भर्ती किया गया था। रेस्क्यू के समय प्रभु जी अपना नाम बताने में असमर्थ थे। इसलिए आश्रम द्वारा इनको लव कुश प्रभु जी नाम दिया गया। डॉ रंजीत चौधरी के इलाज एवं सेवा साथियों द्वारा की गई ईश्वरीय सेवा के उपरांत आश्रम के अध्यक्ष धन्नाराम जांदू द्वारा काउंसलिंग के दौरान लव कुश प्रभु जी ने अपना नाम मोहम्मद जाहिद, पिता का नाम इसराफिल खान पता रेही टोला अररिया, बिहार बताया। इस पर सुभाष को प्रभु जी का बताया हुआ पता एवं फोटो व्हाट्सएप पर भेजी गई। सुभाष चंडीगढ़ में रहते हैं और प्रभु जी के बताए गए घर के पते पर परिवारी जनों को खोज कर पुनर्वास में सहयोग करते हैं।
इसी क्रम में लव कुश प्रभु जी जिन्होंने केवल अपने गांव का नाम बताया था काफी परिश्रम करने के उपरांत प्रभु जी के परिवारी जनों को खोज कर 30 साल पहले बिछड़े पुत्र को परिवार से मिलाया प्रभु जी के पिताजी ने बताया कि उनका पुत्र लगभग 12 वर्ष की उम्र में घर से निकल गया था परिवार वालों ने अपने पुत्र को बहुत ढूंढा लेकिन वह नहीं मिला। परिवार वाले सोचते थे कि पता नहीं उनका पुत्र इस दुनिया में है भी कि नहीं, परंतु ठाकुर बांके बिहारी जी की कृपा से 2 दिन पहले सुभाष जी के द्वारा उनके भाई का मोबाइल नंबर दिया गया। उस मोबाइल नंबर पर संपर्क कर अपना घर आश्रम वृंदावन द्वारा प्रभु जी की अपना घर आश्रम वृंदावन में होने की सूचना दी गई । सूचना पाकर परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। वीडियो कॉल पर बात करने पर परिवार वाले एवं प्रभु जी की अश्रु धारा बह निकली। तत्काल पिताजी ने लेने आने के लिए बताया। शनिवार को लव कुश प्रभुजी के पिता अपने दामाद मोहम्मद गुफरान एवं पड़ोसी मोहम्मद शहजाद आलम के साथ अपना घर आश्रम वृंदावन लवकुश प्रभु जी को घर ले जाने के लिए आए।
कार्यालय प्रभारी द्वारा उचित कार्रवाई कर प्रभु जी को पिता के साथ खुशी-खुशी पुनर्वासित किया गया। मौके पर अपना घर आश्रम वृंदावन के सचिव अजय अग्रवाल एवं कृष्ण गोपाल शुक्ला, बादाम सिंह, रामअवतार, कृष्णा आदि मौजूद रहे।