- प्रबंधन संकाय के युवाओं ने शैक्षिक भ्रमण में जुटाई लाभकारी जानकारी
मथुरा। जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा के प्रबंधन अध्ययन विभाग के छात्र-छात्राओं ने विगत दिवस नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) का अवलोकन किया। आईआईटीएफ में छात्र-छात्राओं को उद्योग जगत के विशेषज्ञों तथा कई पेशेवरों से मिलने का अवसर मिला जिनसे उन्होंने करियर से जुड़े कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय विकल्पों पर विस्तार से जानकारी हासिल की। अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले से वापस लौटे छात्र-छात्राओं ने संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी से अपने अनुभव साझा किए।
विभागाध्यक्ष प्रबंधन अध्ययन डॉ. शशी शेखर, स्तुति गौतम तथा सोनिया चौधरी के मार्गदर्शन में गए एमबीए प्रथम तथा द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं को अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में वैश्विक और राष्ट्रीय उद्योगों की गतिशीलता को सीधे अनुभव करने का अवसर मिला। व्यापार मेले में छात्र-छात्राओं ने विभिन्न क्षेत्रों के उत्पादों, सेवाओं तथा नवाचारों को न केवल देखा बल्कि व्यवसायों की नेटवर्किंग, संभावित ग्राहकों से संवाद, साझेदारियां स्थापित करने तथा उद्योग की नवीनतम प्रवृत्तियों पर जानकारी प्राप्त की। छात्र-छात्राओं के लिए यह मेला बाजार की गतिशीलता और वास्तविक व्यापार प्रथाओं को समझने का अमूल्य अनुभव साबित हुआ।
इस शैक्षिक भ्रमण में छात्र-छात्राओं ने विभिन्न उद्योगों की प्रौद्योगिकियों, निर्माण, स्वास्थ्य देखभाल तथा अन्य क्षेत्रों की प्रदर्शिनियों को देखा। छात्र-छात्राओं को यह समझने का भी मौका मिला कि कोई व्यवसायी किस प्रकार इन प्लेटफार्मों का उपयोग बाजार अनुसंधान, ग्राहक प्राथमिकताओं को समझने तथा प्रतिस्पर्धियों के उत्पादों का विश्लेषण करने के लिए करते हैं। शैक्षिक भ्रमण में विद्यार्थियों को विभिन्न उत्पादों और सेवाओं की जानकारी मिलने के साथ उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे नवाचारों का विस्तृत दृष्टिकोण भी प्राप्त हुआ।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में छात्र-छात्राओं को खादी इंडिया पवेलियन में लगे लगभग दो सौ स्टॉलों पर भारतवर्ष के अलग-अलग क्षेत्रों के कारीगरों द्वारा निर्मित उत्पादों को देखने का मौका मिला। इन स्टॉलों में भारत की समृद्ध विरासत, शिल्प कौशल और हस्तकला देखते ही बन रही थी। स्टॉल के संचालकों ने छात्र-छात्राओं को बताया कि पिछले 10 वर्षों में देश में खादी और ग्रामोद्योग कारोबार में जबर्दस्त इजाफा हुआ है तथा पिछले वित्त वर्ष में 10.17 लाख युवाओं को रोजगार मिला है। मेले में छात्र-छात्राओं ने पवेलियन में स्थापित देशी चरखा, पेटी चरखा, विद्युत चालित कुम्हारी चॉक, कच्ची घानी तेल निकालने की प्रक्रिया, मंदिर में पूजा के लिए उपयोग किए हुए पुष्पों को री-साइकल कर बनाई गई अगरबत्ती-धूपबत्ती के सजीव प्रदर्शन देखे।
विभागाध्यक्ष प्रबंधन अध्ययन डॉ. शशी शेखर ने बताया कि यह शैक्षिक यात्रा छात्र-छात्राओं के लिए वास्तविक व्यापार परिदृश्यों से जुड़ने और उद्योग पेशेवरों के साथ नेटवर्क बनाने का शानदार अवसर साबित हुई। उन्होंने कहा कि प्रबंधन अध्ययन विभाग भविष्य में भी छात्र-छात्राओं के लिए इस प्रकार के शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम आयोजित करेगा ताकि उन्हें प्रबंधन के क्षेत्र में सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव दोनों का समुचित प्रशिक्षण मिल सके।