मथुरा : रक्तदान से कई लोगों की जिंदगी बचती है। रक्तदान का कितना महत्व है इसका अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई निकटतम व्यक्ति जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा होता है। रक्तदान कर हम जहां एक ओर किसी का जीवन बचाते हैं वहीं दूसरी ओर इससे जबर्दस्त आत्म संतुष्टि मिलती है।
विद्यार्थियों से यह प्रेरणादायक बात करते हुए मंगलवार को जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल ने एचडीएफसी बैंक और सद्भावना ब्लड बैंक द्वारा आयोजित रक्तशिविर का शुभारंभ करते हुए कहा कि रक्तदान करने से कोई हानि नहीं होती बल्कि, कई के प्रकार लाभ होते हैं। इसलिए हम सभी को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए।
पूर्व में लोग जिस प्रकार दूसरों की सहायता के लिए आगे आते थे, ठीक उसी प्रकार आज युवा वर्ग की भी यही सोच आगे बढ़ रही है कि हर तबके के व्यक्ति का जीवन बहुमूल्य है। इसलिए हर युवा बहुत कुछ करने के लिए प्रयासरत है और कर रहा है। इसी का परिणाम जीएलए में आयोजित रक्तदान शिविर में देखने को मिला है।
एचडीएफसी के ऑपरेशन मैनेजर निमिष मंगल एवं सद्भावना ब्लड बैंक के निदेशक संजीव सारस्वत ने बताया कि सुबह से जीएलए विश्वविद्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन हुआ। शिविर में शुरूआती दौर से विद्यार्थियां ने बढ़चढ़कर रक्तदान के लिए भाग लिया। 200 से अधिक विद्यार्थियों ने रक्तदान कर महादान के इस शिविर में अपना योगदान दिया। किसी भी विद्यार्थी के अंदर कोई भय नहीं था।
रक्तदान करते हुए बीटेक कम्प्यूटर साइंस के छात्र रौनक राज तथा छात्रा अंशिका रावत ने बताया कि शिविर में रक्तदान करते समय बहुत प्रसन्नता हुई और मन को शांति मिली। शांति इसलिए मिली कि दूसरों के जीवन के लिए रक्त का दान किया। प्रसन्नता इसलिए हुई कि जीएलए विश्वविद्यालय में यह शिविर आयोजित हुआ और विद्यार्थियों ने इसमें बढ़चढ़कर प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर जीएलए के सीएफओ विवेक अग्रवाल, प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, कुलसचिव अशोक कुमार सिंह, जीएलए के मेडिकल ऑफीसर डा. मनोज, एचडीएफसी से अनिल शर्मा, गिर्राज अग्रवाल, अशोक कुमार, रवि शर्मा, सद्भावना से मोहित सारस्वत, तरूण कुमार पाल, सुशील कुमार, रिंकू आदि उपस्थित रहे।