मथुरा। संस्कृति स्कूल आफ एजूकेशन द्वारा भारतीय ज्ञान प्रणाली पर आधारित एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के सैंकड़ों विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों की बडी संख्या को देखते हुए उनको चार समूहों, अरावली, शिवालिक, नीलगिरी और विंध्याचल ग्रुपों में बांटकर प्रतियोगिता कराई गई। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन के आधार पर विंध्याचल ग्रुप को विजेता घोषित किया गया।
प्रतियोगिता को तीन चरणों में बांटा गया था, जिसमें छात्रों को अपने सामान्य ज्ञान, तर्क शक्ति और तत्परता का परिचय देना था। प्रतियोगिता के दौरान विद्यार्थियों से भारतीय ज्ञान परंपराओं से जुड़े सामान्य एवं गूढ़ प्रश्न पूछे गए थे। विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने हर प्रश्न का बड़ी सूझ-समझ के साथ जवाब दिया। ऐसा देखने में आया कि जो विद्यार्थी अपनी कक्षाओं में नियमित आ रहे हैं उनके लिए अधिकांश प्रश्नों के उत्तर सहज बन गए और कुछ विद्यार्थी सामान्य से सवालों पर चक्कर खा गए। लगभग सभी विद्यार्थियों के अनुभव के अनुसार प्रतियोगिता काफी उत्साहवर्धक व ज्ञानवर्धक रही। प्रतियोगिता की समन्वयक सुश्री शुभ्रा पांडे के अनुसार इस प्रतियोगिता का उद्देश्य भारतीय ज्ञान परंपरा के महत्व को समझाना और छात्रों के बौद्धिक कौशल को निखारना था। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के चार समूहों अरावली , शिवालिक, नीलगिरि और विंध्याचल ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिता को तीन चरणों में आयोजित किया गया, जिनमें छात्रों ने अपनी सामान्य ज्ञान, तर्क शक्ति और तत्परता का प्रदर्शन किया। सभी तीन चरणों में शानदार प्रदर्शन के आधार पर विंध्याचल को विजेता घोषित किया गया। विजयी टीम की सदस्य संध्या, मीनाक्षी (बी.ए. बी.एड तृतीय सेमेस्टर) और खुशबू, स्वस्तिका (बी.एससी फॉरेंसिक) रहीं। उनकी लगन और उत्कृष्ट प्रदर्शन ने विंध्याचल ग्रुप को इस प्रतियोगिता में सफलता हासिल करायी। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. एस. वेराचेल्लई (डीन, एसओईआईटी) और विशिष्ट अतिथि डॉ. रेनू गुप्ता (डीन, स्कूल ऑफ एजुकेशन) ने प्रतियोगिता से पूर्व विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में होने वाले कार्यक्रम विद्यार्थियों के सामान्य ज्ञान में वृद्धि में सहायक होते हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम का संचालन सुश्री शुभ्रा पाण्डेय और देवांशु सिंह द्वारा कुशलतापूर्वक किया गया। आयोजन की संयोजक डॉ. पूनम गुप्ता और सुश्री शुभ्रा पाण्डेय रहीं, जबकि सह-समन्वयक के रूप में देवांशु सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्तिकेय पालीवाल (बी.एससी बी.एड सेमेस्टर 5) और संस्कृति श्रीवास्तव (बी.ए. बी.एड 5वां सेमेस्टर) ने छात्र समन्वयक के रूप में सक्रिय योगदान दिया।
संस्कृति विवि में हुई प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में विंध्याचल ने बाजी मारी
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