मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने, वैज्ञानिक तरीकों के उपयोग के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से विज्ञान मेले और प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। मेले और प्रदर्शनी में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए जनपद के विभिन्न कालेजों के विद्यार्थियों ने मॉडल, पोस्टर और नवाचार के द्वारा अपनी सोच को मूर्तरूप दिया।
उद्घाटन सत्र के दौरान वक्ताओं ने प्रतिभागियों को गंभीर रूप से सोचने और समस्याओं से निपटने के लिए प्रोत्साहित किया। संस्कृति विश्वविद्यालय के स्टूडेंट वेलफेयर विभाग के डीन डा.डीएस तौमर ने कहा कि वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए विद्यार्थियों को वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग करना चाहिए। बीच के अंतर को पाटने में मदद के लिए व्यावहारिक अनुभव पाने के लिए व्यवहारिक शिक्षा पर ध्यान देना होगा। ऐसे मौकों पर प्रतिभागियों को एक साथ काम करने, विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए और परियोजनाओं पर सहयोग करना चाहिए।
प्रचारक, मथुरा विभाग अरुण ने कहा कि विज्ञान मेला एवं प्रदर्शनी एक आकर्षक मंच है जो छात्रों, शिक्षकों और विज्ञान को एक साथ लाता है। संस्कृति विवि में कैप्स के निदेशक डा. रजनीश त्यागी ने कहा कि ऐसे मेले में उत्साही लोग अपने नवीन विचारों, प्रयोगों और परियोजनाओं को प्रदर्शित करने के लिए एक साथ आते हैं। यह उनको एक उच्च स्तरीय मंच प्रदान करता है। कार्यक्रम के संकाय समन्वयक डा. सुनील कुमार ने मेले और प्रदर्शनी के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की एंकर सुश्री शुभ्रा पांडे और देवांशु सिंह थे। कार्यक्रम की संयोजक डा. नेहा पाठक थीं। छात्र कार्यक्रम समन्वयक कार्तिकेय पालीवाल थे।
कार्यक्रम में 20 स्कूलों के 500 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। परियोजनाओं की विविधता और
विचार की गहराई ने न्यायाधीशों और आगंतुकों को समान रूप से प्रभावित किया। प्रत्येक प्रोजेक्ट का मूल्यांकन उसके आधार पर किया गया। कार्यक्रम का समापन एक पुरस्कार समारोह के साथ हुआ। संस्कृति विवि के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता द्वारा विजेता विद्यार्थियों को पुरुस्कार वितरित किये गए। प्रत्येक में सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों के लिए पुरस्कार वितरित किए गए। नवाचार और पर्यावरणीय प्रभाव के लिए भी विशेष पुरस्कार दिए गए। विजेताओं को प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार प्राप्त हुआ (प्रथम रैंक के लिए 11000 रुपये, दूसरे रैंक के लिए 5000 रुपये और 2500 रुपये)। कार्यशील माडल श्रेणी में प्रथम पुरस्कार रतन लाल फूल कटोरी (दीपांशु, कृतिका), द्वितीय पुरस्कार: श्रीजी इंटरनेशनल (हिमांशु, गीतू, रितिका सिंह, माही, मान्या), तीसरा पुरस्कार: श्रीजी इंटरनेशनल (साक्षी, रितु, दिव्या, याह्वी, काजल, खुशी) को प्रदान किया गया। गैर-कार्यशील मॉडल श्रेणी में
प्रथम पुरस्कार रतन लाल फूल कटोरी (पाखी, आध्या), दूसरा पुरस्कार पंडित देव दत्त मेमोरियल (तनु, शिवानी, तुलसी, अंशुल), तृतीय पुरस्कार सरस्वती विद्या मंदिर कोसी (यतिका, ललिता, शिवम, देवेश) को प्रदान किया गया। पोस्टर प्रदर्शनी में प्रथम पुरस्कार श्रीजी इंटरनेशनल (मनीष पांडे), द्वितीय पुरस्कार राधा स्वामी पब्लिक स्कूल (योगिता शर्मा), तीसरा पुरस्कार: श्री त्यागी मॉडर्न पब्लिक स्कूल (अंकित) को प्रदान किया गया। निर्णायक मंडल में संस्कृति विवि के एसओई विभाग की प्रो. डा. रेनू गुप्ता, संस्कृति स्कूल आफ फार्मेसी के डीन डा. डीके शर्मा, डा. केके सिंह, प्रो. वेराचिल्लई, डा. गजेंद्र सिंह चौहान, डा. कुंदन कुमार चौबे शामिल थे।
संस्कृति विवि में लगाया गया विज्ञान मेला और प्रदर्शनी
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