मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में स्कूल आफ मैनेजमेंट एंड कामर्स के सहयोग से राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के उपलक्ष्य में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के एंटरप्रेन्योरियल क्लब द्वारा आयोजित किया गया।
सेमिनार के विशिष्ट वक्ता, प्रो. (डॉ.) पंकज कुमार गोस्वामी ने छात्रों को उनकी उद्यमशीलता की आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से एक प्रेरक उद्बोधन किया। डॉ. गोस्वामी ने छात्रों को अपने सपनों को सफल उद्यमों में बदलने के लिए सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया, ताकि भारत में बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम में योगदान किया जा सके। उन्होंने स्टार्टअप को समर्थन देने के लिए उपलब्ध विभिन्न सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला और सरकारी निकायों और कॉर्पोरेट क्षेत्र दोनों से वित्तीय सहायता के लिए इन अवसरों का लाभ उठाने के महत्व पर जोर दिया। डा. गोस्वामी ने विद्यार्थियों को बड़े सहज ढंग से और विस्तार से अपना स्वयं का उद्यम खड़ा करने की जानकारी दी।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया। वक्ताओं ने बताया कि संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा किस तरह से विद्यार्थियों को उद्यमी बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है और विवि के मेंटर उनको किस तरह से सहयोग कर रहे हैं। स्कूल आफ मैनेजमेंट एंड कामर्स के सहायक प्रोफेसर डा. शांतम बब्बर ने बताया कि संस्कृति यूनिवर्सिटी में विशेषज्ञों की एक बड़ी टीम है जो विद्यार्थियों को उनके विचारों को सफल स्टार्टअप में बदलने के लिए उनका मार्गदर्शन और प्रोत्साहन करती है। विश्वविद्यालय की सोच के अनुरूप यह टीम विद्यार्थियों को खुद का सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित करती है।
कार्यक्रम में प्रो. (डॉ.) मनीष अग्रवाल, डीन, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स, प्रो. (डॉ.) धर्मेंद्र सिंह तोमर, डीन, छात्र कल्याण आदि उपस्थित रहे। लगभग 160 छात्रों ने सेमिनार में भाग लिया और संस्कृति यूनिवर्सिटी में उपलब्ध मार्गदर्शन और सलाह के साथ, अपनी आकांक्षाओं को कार्रवाई योग्य स्टार्टअप उपक्रमों में बदलने की प्रतिबद्धता जताई।
संस्कृति विवि में विद्यार्थियों को बताया उद्यमी बनने का रास्ता
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