
संस्कृति विवि में उभरती हुई शैक्षिक प्रौद्योगिकियों पर हुई विशेषज्ञ वार्ता
मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के स्कूल आफ एजूकेशन द्वारा उभरती हुई शैक्षिक प्रौद्योगिकियों पर एक विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में जामिया मिलिया इस्लामिया के शिक्षा संकाय के डीन और जेएमआई, नई दिल्ली के दूरस्थ और ऑनलाइन शिक्षा केंद्र के पूर्व निदेशक प्रो. अहरार हुसैन ने भाग लिया। उन्होंने अपने वक्तव्य में आधुनिक शिक्षा को नया रूप देने में प्रौद्योगिकी की परिवर्तनकारी भूमिका पर ज्ञानवर्धक जानकारी दी।
प्रो. हुसैन ने शिक्षण और सीखने में पहनने योग्य और गैर-पहनने योग्य प्रौद्योगिकियों पर एक उपयोगी व्याख्यान दिया। उन्होंने स्मार्ट डिवाइस, एआई-संचालित प्लेटफ़ॉर्म और इमर्सिव वर्चुअल टूल जैसे नवाचारों पर विस्तार से चर्चा की, कक्षाओं और दूरस्थ शिक्षा वातावरण में उनकी बढ़ती प्रासंगिकता पर चर्चा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे ये प्रौद्योगिकियां निकट भविष्य में शैक्षिक पहुँच, जुड़ाव और वितरण को फिर से परिभाषित करेंगी।
इस कार्यक्रम में सीईओ डॉ. मीनाक्षी शर्मा ने भाग लिया, जिन्होंने आगे की सोच वाली शैक्षणिक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस पहल की सराहना की। उन्होंने छात्रों को तकनीक से प्रेरित दुनिया के लिए तैयार होने के दौरान सूचित और अभिनव बने रहने के लिए प्रोत्साहित किया। सत्र की शुरुआत डॉ. पूनम गुप्ता के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने कार्यक्रम की समन्वयक के रूप में भी काम किया। मुख्य अतिथि प्रो. अहरार हुसैन को डीन डॉ. रैनू गुप्ता द्वारा पटका और एक पौधा देकर सम्मानित किया गया। प्रो. डॉ. सरस्वती घोष ने अतिथि वक्ता का परिचय कराया और डॉ. निशा चंदेल ने धन्यवाद ज्ञापन किया। डीन डॉ. रैनू गुप्ता ने भी छात्रों के साथ अपने आशीर्वाद और प्रेरक शब्द साझा किए। कार्यक्रम का समापन शानदार तरीके से हुआ, जिससे छात्रों और शिक्षकों को शिक्षा में प्रौद्योगिकी को सार्थक और नैतिक रूप से एकीकृत करने के नए दृष्टिकोणों से समृद्ध किया गया।