Wednesday, April 30, 2025
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एसएसपी शलभ माथुर सहित इन चार पुलिस कर्मियों को मिलेगा रजत पदक

मथुरा। गणतंत्र दिवस के मौके पर डीजीपी द्वारा वर्ष भर सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस अधिकारी से लेकर कर्मचारियों तक प्रशंसा चिह्न दिए जाएंगे। इसमें मथुरा के एसएसपी शलभ माथुर सहित चार पुलिस कर्मियों को रजत पदक के लिए चयनित किया गया है।
पुलिस कर्मियों के द्वारा ड्यूटी के दौरान किए जाने वाले उत्कृष्ट व सराहनीय सेवा को लेकर शासन स्तर पर प्रोत्साहन करने के लिए डीजीपी द्वारा प्रशंसा चिह्न दिए जाते हैं। इसमें प्लेटीनम, गोल्ड व सिल्वर मेडल दिए जाते हैं। इन्हें गणतंत्र दिवस के मौके पर देकर सम्मानित किया जाता है। विगत दिनों डीजपी मुख्यालय द्वारा जारी की गई प्रशंसा चिह्न की सूचना में मथुरा के भी पुलिस कर्मचारी व अधिकारी शामिल हैं। इनमें डीआईजी/एसएसपी मथुरा शलभ माथुर, कोतवाली प्रभारी अवधेश प्रताप सिंह, कोतवाली प्रभारी सुरीर रामपाल सिंह भाटी, थानाध्यक्ष शेरगढ़ प्रदीप कुमार व उप निरीक्षक विपिन कुमार गौतम को भी प्रशंसा चिह्न के रूप में सिल्वर मैडल के लिये चयनित किया गया है। यह चिह्न इन्हें गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिए जाएंगे।

बीएसए ने बदला परिषदीय विद्यालयों का समय

मथुरा। बीएसए चंद्रशेखर ने परिषदीय स्कूलों के संचालन का समय बदल दिया है। अब ये विद्यालय सुबह नौ बजे से तीन बजे तक संचालित किए जाएंगे।

यमुना एक्सप्रेस वे पर लुटने से बचे डीएम, तीन घंटे में यमुना एक्सप्रेस-वे पर लूट की दो वारदात

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मथुरा। जनपद में पुलिस कप्तान की लाख कोशिशों के बाद भी अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है बेखौफ लुटेरे आए दिन घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं । बुधवार की रात करीब 11.30 बजे एक्सप्रेस-वे पर आगरा के स्पोटर्स सामान विक्रेता विक्रम गुप्ता को बदमाशों ने लूट लिया। विक्रम गुप्ता अपनी कार से नोएडा से लौट रहे थे। उनकी कार माइलस्टोन 63 के समीप पंचर हो गई थी।
सूचना पर पहुंची नौहझील पुलिस पीड़ित को थाने ले आई। एक घंटे बाद रात करीब 12.30 बजे नोएडा से लौटते जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र की गाड़ी माइल स्टोन 62.280 पर पंचर हो गई। इसमें जिलाधिकारी और उनका परिवार था।
गाड़ी में जिलाधिकारी के साथ गनर था। उसे देखकर लुटेरों की हिम्मत नहीं हुई। एक घंटे तक इंतजार करने के बाद मथुरा से सरकारी गाड़ी जिलाधिकारी और उनके परिवार को लेने के लिए पहुंची। रात डेढ़ बजे वो वहां से मथुरा को रवाना हुए।
रात करीब ढाई बजे माइल स्टोन 63 के समीप लुटेरों ने कानपुर के कपड़ा कारोबारी की गाड़ी को पंक्चर कर लूट की वारदात को अंजाम दे डाला। पुलिस पहुंचती, तब तक लुटेरे भाग खड़े हुए। तीनों घटनाओं में गाड़ियां नुकीली कीलों से पंचर हुई थीं।
यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुईं लूट की वारदात से पुलिस महकमे में खलबली मच गई। मौके पर आला अफसर पहुंचे। डीआईजी/एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि मुकदमे दर्ज कर लिए गए हैं। जल्द ही घटनाओं का खुलासा किया जाएगा।

डीएम कर रहे आत्मदाह को विवश, पीड़ित ने मुख्यमंत्री से लगाई गुहार, तहसील दिवस में दर्ज कराई शिकायत

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मथुरा। अपने हक के लिए करीब दो दशक से सरकारी व्यवस्था से जूझ रहे वरिष्ठ नागरिक ने उसके मामले में लगातार उदासीनता बरत रहे डीएम और जिम्मेदार अधिकरियों पर आत्मदाह के लिए विवश करने का आरोप लगाया है। इस आशय की शिकायत मुख्यमत्री पोर्टल पर, तहसील दिवस में दर्ज कराई गई है। इससे पहले पीड़ित ने गणतंत्र दिवस पर तिरंगे के नीचे आत्मदाह करने का चेतावनी पत्र भी जिला प्रशासन को सौंपा है।

ये है पूरा मामला..

गऊघाट निवासी राम गोपाल बीते दो दशक से अपनी जमीन के लिए प्रशासन से जूझ रहे है। करीब दो दशक पहले तत्कालीन अधिकारियों ने उनकी जमीन की फर्जी सरकारी नीलामी कर दी। नीलामी से दो साल पहले तहसीलदार की जांच में संग्रह अमीन ने जो रिपोर्ट लगाई उसमें जमीन को भार मुक्त (नो ड्यूज) का सर्टिफिकेट दिया गया। बाबजूद इसके अधिकारियों ने भूमाफियाओं से सांठगांठ की और जमीन की नीलामी करके उस पर खरीददार को कब्जा दिला दिया गया। पीड़ित ने सरकारी दस्तावेजों के आधार पर उक्त नीलामी को फर्जी साबित कर दिया। जन सूचना अधिकार अधिनियम से कई ऐसे अहम दस्तावेज जुटाए जिन्होंने अधिकारियों की कारगुजारी से पर्दा उठा दिया। एडीएम की जांच में तत्कालीन तहसीलदार राजीव पांडेय पर दोष भी सिद्ध हो गया। लेकिन अधिकारी पीड़ित को न्याय दिलाने के स्थान पर पूरे मामले की लीपापोती करते रहे, टरकाते रहे। पीड़ित के ही एक अन्य मामले में अपर जिला अधिकारी वित्त न्यायालय के आदेशों को भी अधीनस्थ अधिकारी मानने को तैयार नहीं है।

सुरीर में दंपत्ति के आत्मदाह, राया में समाधान दिवस में जहर खाने की घटनाओं के बाद भी बेपरवाह अफसर

न्याय के लिए सुरीर थाने में दंपत्ति का आत्मदाह, राया थाने के समाधान दिवस पर पीड़ित के जहर खाने जैसी घटनाओं ने आम जनमानस के रौंगटे खड़े कर दिए। लेकिन अधिकारियों की कार्यशैली अब भी जस की तस बनी हुई है। ऐसे में पीड़ित न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे है। पीड़ित रामगोपाल ने बताया उन्होंने जिला अधिकारी को पत्र लिखकर सभी दस्तावेजों के साथ शिकायत दर्ज कराई लेकिन उन्होंने मामले की जांच उन्हीं अधिकारियों को सौंप दी जो पहले ही उसे गुमराह कर रहे थे।

स्वंत्रता संग्राम सेनानी स्व.लाला श्री नवल किशोर गुप्ता जी की 23 जनबरी को 101वी जयंती

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मथुरा। सन 1994 से निरंतर मथुरा नगर की अधिकांश आबादी को अपनी जल सेवाएं देता हुआ यह नवल नलकूप ना सिर्फ अद्भुत है बल्कि तीव्र इच्छा शक्ति को दर्शाता है।
26 साल से लगातार समाज सेवा दे रहे इस नलकूप का निर्माण सन् 1994 में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय लाला श्री नवल किशोर गुप्ता ने अपनी देह त्याग से कुछ माह पूर्व ही अपने निवास पर कराया था। इसी स्थान पर लाला जी अपना व्यवसाय भी किया करते थे, उस समय इस स्थान को बंगाली घाट क्षेत्र के नाम से जाना जाता था, अब यह क्षेत्र लाला नवल किशोर मार्ग के नाम से बोला जाता है।
यह नलकूप प्रतिदिन प्रातः 4-5 बजे से अर्द्धरात्रि तक मथुरा नगर को मीठे पानी की निःशुल्क सेवाएं देता है। लाला नवल किशोर नलकूप का मीठा पानी अनुमानित आधे मथुरा शहर को जल सेवाएं दे रहा है।
लाला नवल किशोर नलकूप गरीब मजदूरों की जीविका का साधन भी है, सैंकड़ो मजदूर यहां से घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में पानी सप्लाई कर अपनी आजीविका चला रहे हैं।
सुबह से लेकर रात्रि तक रिक्शे, साइकिल, स्कूटर, मोटरसाइकिल तथा अन्य वाहनों द्वारा पानी की सप्लाई होती देखी जाती है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस नलकूप के पानी स्रोत दुर्लभ हैं, जो कि यह पानी पेट संबंधी रोग दूर करता हैं। यह पानी हल्का और मीठा है तथा संकलन करके काफी समय तक रखा जा सकता है।
नगर पालिका मथुरा जो कि अब नगर निगम मथुरा-वृन्दावन है, द्वारा दी जाने वाली जल सेवायें विभिन्न कारणों से जब भी बाधित होती है तब लाला नवल किशोर नलकूप मथुरा नगर को अपनी अद्वितीय जल सेवाएं देता है। स्व. लाला जी का परिवार विद्युत आपूर्ति भंग होने पर जनरेटर से नलकूप चला कर सेवाएं सुचारू रखता है। इस नलकूप की स्थापना के बाद पानी की समस्या को लेकर शहर में होने वाले स्थानीय लोगों के रास्ता जाम कर धरना-प्रदर्शन करना लगभग समाप्त हो गया।
इस नलकूप की सेवाओं को देखते हुए पूर्व जिलाधिकारी मथुरा श्री केपी सिंह ने कहा था कि शायद लालाजी को पूर्वाभास था कि यह नलकूप मथुरा नगर की जरूरत साबित होगा। इसलिए उन्होंने यह नलकूप लगवाया। प्रारंभ मे इस नलकूप पर एक बोरिंग थी, परन्तु वर्तमान मे यह नलकूप तीन जनरेटरों सहित तीन बोरिंग द्वारा संचालित हैं। नलकूप पर एक इंच मोटे पाइप के पाँच कनेक्शन सीधे बोरिंग से वाटर सप्लाई करते है। वहीं एक पानी की टंकी राहगीरों के लिए अलग से उपलब्ध हैं तथा एक पानी की टंकी पशु पक्षियों के लिए भी बनी हुई है जिसकी प्रतिदिन सफाई होती है। शादी-समारोह तथा अन्य जरूरत के समय यहां से बड़े-बड़े टैंकरों द्वारा पानी सप्लाई होते देखा जा सकता है। इस नलकूप का इतिहास दैविक आपदा के वक्त फायर बिग्रेड की गाड़ियों के लिए मदद का भी रहा है।
23 जनवरी 1919 को जन्मे लाला नवल किशोर गुप्ता महावर वैश्य समाज से जुड़े हुए गृहस्थ संत थे। वह शांत एवं सौम्य स्वभाव के अत्यंत ईमानदार देशभक्त थे। गोविंदगंज, मथुरा में उनकी पैत्रिक आढ़त थी। आजादी से पूर्व शहर के कई स्थानों पर हुए बम कांड के मामले में उन्होंने अंग्रेजी सरकार के विरुद्ध तथा देशभक्तों के पक्ष में गवाही दी थी। इस पर क्रुद्ध होकर ब्रिटिश हुकूमत ने उनकी आढ़त के सभी 14 लाइसेंस निरस्त कर उन्हें रोजगार हीन कर दिया। परंतु लालाजी ने हार नहीं मानी। वह अंग्रेज सरकार द्वारा जेल में बंद कर दिए गए देशभक्तों के परिवारों को आर्थिक सहायता पहुँचाया करते थे। अपने परिचितों व देशभक्ति रखने वाले धनाढ्य लोगों से चंदा एकत्र कर ऐसे परिवारों को रसद भी पहुंचाते थे।
लालाजी की माँ श्रीमती बुद्धो देवी गली पीरपंच स्थित अपने मकान में चरखे से सूत कात कर कपड़ा बुनती थी। उस खादी के कपड़े तथा देशभक्ति से ओतप्रोत साहित्य को लेकर लालाजी गांव-गांव जाते तथा खादी का प्रचार करते थे और देशभक्ति से ओतप्रोत साहित्य को बांटकर लोगों में देशभक्ति के लिए उत्साह भरते थे। आर्थिक स्थिति खराब होने पर उन्होंने शहर के कुछ हिस्सों में मौजूद अपनी जमीन जायदादों को बेच दिया। पिता श्री पुरुषोत्तम दास का निधन उनकी छोटी सी उम्र में हो गया था जब वह मात्र 3 वर्ष के थे। माँ बुद्धो देवी तथा ताऊ श्री दामोदर दास ने उन्हें पाला। उनकी एक बड़ी बहन पार्वती देवी थी।
अत्यंत शांत स्वभाव के लालाजी ने हमेशा सत्य के रास्ते पर चलकर इमानदारी से अपना जीवन व्यतीत किया। उन्होंने अपने आत्म सम्मान व स्वाभिमान को हमेशा बनाये रखा। वह सादा जीवन उच्च विचार वाले व्यक्तित्व के धनी थे। 7 जुलाई 1994 को उनका निधन हो गया। तत्कालीन राज्यपाल श्री मोतीलाल वोरा एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री कल्याण सिंह ने लाला जी के निवास पर पहुंचकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
नगर पालिका मथुरा, जिला प्रशासन एवं शासन ने देश भक्त और समाज सेवी स्व. लाला श्री नवल किशोर गुप्ता को हमेशा याद रखने हेतु लाला जी के निवास वाली सड़क का नाम लाला नवल किशोर मार्ग व पुलिस चौकी बंगाली घाट का नाम स्व. लाला श्री नवल किशोर पुलिस चौकी रखा गया।
देश और समाज को दिए गए अपने अद्वितीय योगदान के लिए स्व. लाला श्री नवल किशोर गुप्ता को मथुरा नगर के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा। ऐसे सद्पुरुष को शत-शत नमन।

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय ने जारी किया मुख्य परीक्षा का कार्यक्रम

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा 2020 का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। दो मार्च से परीक्षाएं शुरू होंगी और 25 अप्रैल तक चलेंगी। तीन पाली में परीक्षाएं होंगी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 07 से 10 बजे तक, दूसरी पाली सुबह 11 से दोपहर 02 बजे तक और तीसरी पाली की परीक्षा शाम 03 बजे से 06 बजे तक होगी।
पहले दिन बीएससी के तीनों वर्षों के परीक्षार्थियों की अलग-अलग पाली में सीड टेक्नोलॉजी, इंडस्ट्रियल केमेस्ट्री, इंडस्ट्रियल माइक्रोबायोलॉजी, बायो टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर साइंस प्रथम प्रश्नपत्र के साथ बीए और बीकॉम के तीनों वर्षों के छात्र-छात्राओं की विभिन्न विषयों की परीक्षाएं हैं।

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जेई हत्याकांड के खुलासे पर उठ रहे सवाल, मृतक के भाई की बातें दिखा रहीं है पुलिस की थ्यौरी को आइना

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मथुरा। जेई प्रदीप कुमार की हत्या का बुधवार को पुलिस ने खुलासा तो कर दिया, लेकिन इस खुलासे पर जेई के परिवार ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए है। जेई के छोटे भाई जितेंद्र ने कहा कि जब कुछ लूटा ही नहीं गया तो हत्या लूट के इरादे से कैसे हो सकती है। जितेंद्र का तर्क बेहद मजबूत है उन्होंने कहा कि जब आगरा के बिजलीघर में लूट हुई थी तो जेई प्रदीप कुमार मौके पर थे उन्होंने जरा भी विरोध नहीं किया और कैश से भरा बैग बदमाशों को दे दिया था। इस मामले में प्रदीप कुमार मुख्य गवाह भी थे।
यदि 16 जनवरी को बदमाश लूट के इरादे से आते तो बिना विरोध किए ही प्रदीप उन्हें सामान दे देते। जितेंद्र ने कहा कि यह मामला हत्या का है और पुलिस इसे लूट के इरादे से हत्या साबित करना चाहती है। जितेंद्र के साथ आए उनके मामा ओपी राजपूत ने कहा कि उन्हें खुलासे पर शंका है। हम जांच कराएंगे कि जो असलाह बरामद दिखाया जा रहा है उससे गोली चली थी कि नहीं। जो गोली प्रदीप कुमार को लगी हैं वो उसी तमंचे की हैं या नहीं।
इधर हत्याकांड के खुलासे पर बिजली अधिकारी सवाल तो नहीं उठा रहे, लेकिन इसकी समीक्षा की बात कह रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि जेई प्रदीप कुमार के परिवार को आर्थिक सहायता देने समेत कई मांगें हैं, जिन पर अभी तक विचार नहीं किया गया है। इसलिए बिजली विभाग का कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।

नाबालिग के साथ घर ले जाकर किया दुष्कर्म

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गोवर्धन कस्बा के एक मोहल्ला की रहने 16 वर्षीय किशोरी के साथ दुष्कर्म के मामले में पीड़िता के पिता ने थाने में आरोपी युवक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। बताया कि 20 जनवरी को दोपहर करीब 2 बजे उसकी पुत्री घर से बाहर खेल रही थी कि मोन्टी पुत्र राकेश कुमार निवासी भातु कालोनी आया और लड़की को बहला-फुसलाकर अपने खाली पड़े मकान में ले गया। इसके बाद पीड़िता की मां को जब इस बात की जानकारी लगी तो वो आरोपी मोन्टी के मकान पर पहुंची। वहां पुत्री बदहवाश हालत में पड़ी मिली। उसने ने बताया कि मोन्टी ने दुष्कर्म किया है। इस संबंध में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

वीडियोः लूट का विरोध करने पर मारी थी बिजली विभाग के जेई को गोली, एक हत्यारोपी को पकड़ा एक फरार

मथुरा। विद्युत विभाग के जेई कि एक हफ्ते पूर्व गोली मारकर हत्या कर देने के मामले में पुलिस ने एक हत्यारों को पकड़ कर घटना का खुलासा किया है। उसके पास से आला कत्ल व घटना में प्रयुक्त बाइक भी बरामद की। गिरफ्तार किए गए अभियुक्त का साथी फिलहाल पुलिस की पकड़ से दूर है। इस सनसनीखेज घटना के खुलासे के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है।
बताते चलें कि 16 जनवरी 2020 की रात्रि में विद्युत विभाग में जेई प्रदीप कुमार पुत्र स्व. हाकिम सिहं नि. नगरिया चक थाना सदर जिला आगरा हाल तैनाती विद्युत सब स्टेशन पानीगांव मथुरा की गोली मारकर हत्या कर दी गईं थी। पुलिस टीमों ने बुधवार को मुखबिर की सूचना पर जिसमें पानीगांव मांट रोड गांव गुद्दर सौर मोड पर घटना के मुख्य अभियुक्त किशन उर्फ किशनो पुत्र सौदान सिहं निवासी पानीगांव थाना जमुनापार को गिरफ्तार किया।
पूछताछ पर अभियुक्त किशन उर्फ किशनो ने जुर्म का इकबाल करते हुए बताया कि मैं और मेरा साथी पप्पू नोएडा से मथुरा आकर लूटपाट करने के लिए कई दिनो से फिराक में थे। 16जनवरी 2020 की शाम को शराब पीने के बाद हमने अपने मोबाइल बन्द कर लिये थे। चन्द्रावली कोल्ड स्टोरेज के पास सुनसान जगह व अंधेरा होने के कारण हम लोग मोटर साइकिल लगाकर किसी को लूटने के इंतजार में लगे थे, थोडी थोडी बारिश हो रही थी रास्ते पर लोग कम आ.जा रहे थे, तभी एक व्यक्ति मोटर साइकिल पर आया उसे हमने रुकवाया और उसके पेट पर डबल बैरल तमंचा लगाकर लूटने का प्रयास किया तो उसने विरोध किया और पुलिस को शिकायत करने की बात कही तो उसके मैने गोली मार दी। तभी वहां पर अन्य वाहन और आँटो आ जाने के कारण हम बिना लूटे ही वहां से भाग गये थे। मुझे नही मालूम था कि यह सरकारी कर्मचारी है जब भी हम घटना करने के लिए जाते थे तो हम अपना मोबाइल बन्द कर लेते थे। अब पुलिस फरार अभियुक्त पप्पू पुत्र अज्ञात नि. जनपद नोयडा की तलाश में लगी है। उसके संभावित ठिकानों पर दबिशें दी जा रही है।

भ्रष्टाचार का खेलः हड्डी के डाक्टर ने आंखों की कम रोशनी का जारी कर दिया दिव्यांग प्रमाण पत्र

मथुरा। छाता के गांव नौगांव के धर्मवीर ने आखों में कमी के चलते सीएमओ कार्यालय में अस्थाई दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवा लिया। यहां विकलांग बोर्ड ने धर्मवीर को दिव्यांग प्रमाणपत्र 40 प्रतिशत बनाया गया। धर्मवीर ने मंगलवार को तहसील दिवस में विकलांग बोर्ड में मौजूद जिला अस्पताल में कार्यरत डॉ. लाल सिंह से संपर्क किया और दूसरा दिव्यांग प्रमाणपत्र निर्गत करा लिया।
डॉ. लाल सिंह ने तहसील दिवस में मौजूद सीएमओ डॉ. शेर सिंह के हस्ताक्षर भी करा लिए गए। तहसील दिवस की समाप्ति के बाद सीएमओ के संज्ञान में मामला आ गया। सीएमओ ने विकलांग बोर्ड में मौजूद डॉ. मुनीष पौरुष एवं डॉ. प्रभाकर से इस बारे में पूछताछ की। डॉक्टरों ने सीएमओ को बताया कि प्रमाणपत्र 40 प्रतिशत का बना था। वहीं मंगलवार को जारी करवाया गया स्थाई प्रमाणपत्र 42 प्रतिशत का बनाया गया।
सीएमओ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डॉ. लाल सिंह एवं संबंधित बाबू के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। वहीं तहसील दिवस में निर्गत किए गए दिव्यांग प्रमाणपत्र को निरस्त कर दिया गया है।
मथुरा के सीएमओ कार्यालय में विकलांगों का दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाने के नाम पर खुलेआम रुपये की मांग की जाती रही है। बिना रुपये दिए डॉक्टर दिव्यांगों के प्रमाणपत्र नहीं बनाते। हाल ये है कि हड्डी के डॉक्टर ने आंखों की कमी का दिव्यांग प्रमाणपत्र बना डाला।