Wednesday, April 30, 2025
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प्रदूषण कम करने का मंत्र लेकर गुरूग्राम से जीएलए पहुंची साइकिल यात्रा

मथुरा। अगर मन में जुनून और जज्बा हो तो प्रत्येक समस्या का निराकरण आसान है। इसी जज्बे साथ बढ़ते प्रदूषण की समस्या को दूर करने के लिए गुरूग्राम के पैड़ल यात्री गु्रप से 6 साइकिल यात्री गुरूग्राम से चलकर आगरा के लिए निकल लिए। ये यात्री जीएलए विश्वविद्यालय, पहुंचे। यहां छात्रों से रूबरू होकर छात्रों को गाड़ी का प्रयोग छोड़ साइकिल प्रयोग करने का सुझाव दिया।
गुरूग्राम के पैड़ल यात्री गु्रप से आये 6 साइकिल यात्रियों में शामिल अनपुमा चौहान ने बताया कि गु्ररूग्राम के पैड़ल यात्री गु्रप को आज से 10 वर्ष पहले रजिस्टर्ड कराया गया था। इस गु्रप का उद्देश्य हमेशा यही रहता है कि प्रदूषण से लेकर विभिन्न बीमारियों से जनता में बढ़ रही समस्याओं का समाधान कैसे निकाला जाय। वर्तमान मंे वायु प्रदूषण बहुत जहरीला हो गया है। दिल्ली की आवो हवा बदल चुकी है। इसकी गूंज अब हम लोगों तक पहुंच चुकी है। जो कि आने वाले समय में विनाशकारी साबित हो सकती है।
इसके लिए सरकार तो प्रयास कर रही ही रही है, लेकिन बड़े लोगों के साथ-साथ छात्रों को भी जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने जीएलए विश्वविद्यालय छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि आज हम साइकिल यात्री बहुत खुश हैं। क्योंकि इतनी संख्या में हमें एक ही छत के नीचे नौजवान युवा मिले हैं। जो कि हमारी साइकिल यात्रा का सफल संदेश जन-जन तक पहुंचायेंगे। साइकिल यात्रियों ने छात्रों को बताया कि अब सभी छात्र गाड़ी और मोटरसाइकिल छोड़कर साइकिल का प्रयोग करें। इससे बिल्कुल भी प्रदूषण नहीं फैलेगा। प्रदूषण के साथ-साथ शरीर भी स्वस्थ रहेगा और पढ़ाई में खूब मन भी लगेगा। साइकिल यात्रियों के सामने जीएलए के छात्रों ने शपथ लेते हुए कहा कि निजी गाड़ी से आने वाले सभी छात्र साइकिल से ही आयेंगे।
साइकिल यात्री राजकमल चैहान ने बताया कि गुरूग्राम के पैड़ल यात्री गु्रप से साइकिल से माध्यम से हम 27 नवंबर 2019 को भी इंडिया गेट से अटारी बाॅर्डर तक करीब 520 किमी. की साइकिल यात्रा कर प्रदूषण से बचाव का संदेश दे चुके हैं। जहां भी रूकते हैं वहीं सभी लोगों को एकत्रित कर संदेश देते हैं। जल्द ही गुरूग्राम से जयपुर की यात्रा करेंगे। इस वर्ष करीब 5 से 6 जगह की यात्रा करनी है। सिर्फ साइकिल से।
पैड़ल यात्री गु्रप के 6 साइकिल यात्री अनुपमा चैहान, संजय जैन, नवतेज, माॅरिष, राजकुमार यादव राजकमल चैहान से जीएलए के सेके्रटरी सोसायटी एवं कोषाध्यक्ष नीरज अग्रवाल ने मुलाकात की और सभी से उनकी इस यात्रा के बारे में एक-एक कर जानकारी ली। नीरज अग्रवाल ने कहा कि साइकिल यात्रियों से मुलाकात का यह एक अभूतपूर्व पल है। क्योंकि ऐसे कम ही लोग होते हैं जो किसी भी संदेश को देने के लिए स्वयं उसका पालन करते हैं। सभी साइकिल यात्रियों के इस संदेश से प्रदूषण कम होने में हम लोंगों को जल्द ही कामयाबी हासिल होगी, लेकिन इन साइकिल यात्रियों के संदेश को अपनाना होगा।
इस अवसर पर टेªनिंग एण्ड डेवलपमेंट विभाग के निदेशक सुरेश प्रताप सिंह, अमित अग्रवाल, सौरभ गोयल, राजकमल सिंह, अंजनी राय, फैजुल हसन, ललित सैनी, जेपी सिंह, अमित शर्मा, ब्रिजबिहारी सिंह, अमित सिंह, आशीष राय, श्याम नारायण राय, रितु सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

मंदिर में घुसकर मूर्तियां तोड़ी, ग्रामीणों में आक्रोश, पुलिस अनजान

रिफाइनरी क्षेत्र के गाँव कोयला अलीपुर में यमुना किनारे बने मंदिर में शरारती तत्वों ने हनुमान व पार्वती की मूर्तियों को तोड़ दिया। घटना को लेकर गांव में तनाव है, पूरे मामले से पुलिस अनजान है।
कोयले घाट स्थित मंदिर पर शुक्रवार की रात्रि में शरारती तत्वों ने ताला तोड़कर हनुमान जी माँ पार्वती जी की मूर्तियों को तोड़ दिया है। शनिवार सुबह जब भक्तगण मंदिर पर पूजा अर्चना करने के लिए गए तो मंदिर का ताला टूटा हुआ मिला। मंदिर के अंदर हनुमान जी व माँ पार्वती जी की मूर्ति टूटी हुई मिली। सूचना पर सैकड़ो ग्रामीण मंदिर पर पहुंच गए और शरारती तत्वों के प्रति आक्रोश जताया, घटना को लेकर गांव में तनाव है।

बिजली अधिकारियों, कर्मचारियों ने ऊर्जा मंत्री को घेरा, खरी-खरी सुनाई, ये है पूरा मामला

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मथुरा में अवर अभियंता (जेई) प्रदीप कुमार की हत्या से बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों में बेहद आक्रोश है। शनिवार को बिजली विभाग के लोगों ने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा का घेराव किया और जमकर नारेबाजी की, इस दौरान कानून व्यवस्था को लेकर बिजली कर्मचारियों ने मंत्री को खरी-खरी सुनाई।
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि पुलिस टीमें जांच में जुटी हैं। शीघ्र ही इस घटना का खुलासा हो जाएगा। आगरा के कागारोल के बिजली घर में सन 2017 में हुई लूट के मामले में भी जांच की जा रही है। उस मामले में जेई प्रदीप कुमार मुख्य गवाह थे।
30 जनवरी को इस मामले में सुनवाई है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार जेई प्रदीप कुमार के परिवार के साथ है। परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। परिवार के एक व्यक्ति को नियमानुसार नौकरी मिलेगी।
यहां हम आपको बता दें कि थाना जमुनापार क्षेत्र में बृहस्पतिवार की रात पानीगांव बिजलीघर के जेई प्रदीप कुमार (33) की हत्या कर दी गई थी। वो बाइक से बिजलीघर से कमरे पर लौट रहे थे। प्रदीप कुमार आगरा के रहने वाले हैं, वो यहां एक मकान में किराये पर रहते थे।
इस हत्याकांड के बाद से बिजली विभाग के कर्मचारियों आक्रोश है। यह मामला लखनऊ तक पहुंच गया है। हालांकि अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं। मामले में 10 लोगों को पूछताछ के लिए उठाया गया है, वहीं दो जेई से भी जानकारी जुटाई गई है। पुलिस का दावा है कि महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। अभी इसका खुलासा नहीं किया जा सकता। इतना जरूर है कि जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा।

सनसनीखेज जेई हत्याकांडः आगरा में हुए लूटकांड के प्रत्यक्षदर्शी गवाह थे प्रदीप कुमार

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बिजली निगम के जेई प्रदीप कुमार आगरा में बिजली निगम का कैश लूटे जाने की एक घटना में आई विटनेस थे। इस मामले में चार में से एक आरोपी को सजा हो चुकी है, जबकि तीन आरोपी अभी जमानत पर हैं।
हम आपको बता दें कि बिजली निगम के जेई प्रदीप कुमार की गुरुवार को जमुनापार थाना क्षेत्र में अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या क्यों की गई, हत्या करने वाले कौन थे, इस बारे में अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस विभिन्न पहलूओं से मामले की जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पांच जून 2017 को आगरा के कागारौल थाना क्षेत्र में बिजली निगम के कैशियर के साथ 3,32,402 रुपये की लूट हुई थी। इस संबंध में आगरा के ताजगंज शिल्पग्राम के पास फेज-1 निवासी अंतरिक्ष अस्थाना पुत्र अरविंद कुमार अस्थाना ने कागारौल निवासी अस्फाक, किरावली, अछनेरा निवासी मुंगेरी उर्फ मोहर सिंह, मुबारिकपुर, इरादतनगर निवासी रोहताश और सेवला जाट निवासी आशू के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इस घटना में पुलिस ने छह जनवरी 2017 को एक आरोपी अस्फाक से 48 हजार रुपये बरामद कर लिए थे। बाकी आरोपी भी बाद में गिरफ्तार कर लिए गए थे। अस्फाक ने लूट स्वीकार ली थी और उसे 4 जनवरी 2020 को दो वर्ष आठ माह की सजा और 10 हजार रुपये के जुर्माने की सजा हो चुकी है। बाकी आरोपी जमानत पर बाहर हैं।

डाक्टरों की लापरवाही ने ले ली मासूम की जान, महिला अस्पताल का कारनामा

मथुरा। महिला जिला अस्पताल की चिकित्सकों ने पहले तो अस्पताल में भर्ती महिला को घर भेज दिया। जब टेंपो में बालिका पैदा हो गई तो उसे अस्पताल में भर्ती करने से इनकार कर दिया। तीन घंटे तक अस्पताल के बाहर पड़ी नवजात को जब मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराने के बाद भर्ती किया तो उसकी मौत हो गई।
मुस्तकाबाद फिरोजाबाद निवासी मेमजादी पत्नी संजय वर्तमान में अमर कॉलोनी हाईवे पर किराए पर रह रही हैं। बुधवार को उन्हें जब प्रसव पीड़ा हुई तो वह महिला जिला अस्पताल आ गईं। जहां पर भर्ती तो कर लिया लेकिन दोपहर तीन बजे वापस घर भेज दिया और कहा कि अभी बच्चा 6-7 दिन मेें होगा। जैसे ही वह महिला टेंपो से घर के लिए रवाना हुई घर पहुंचने से पहले ही महिला ने बालिका को जन्म दिया। परिजन वापस महिला जिला अस्पताल लाए तो ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों ने उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया।

मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने के बाद बच्ची को किया भर्ती

संवेदनहीनता की हद देखिए। अस्पताल के बाहर पड़े हुए परिजन ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर इसकी शिकायत दर्ज कराई तब बृहस्पतिवार दोपहर को बच्ची को भर्ती किया गया। इलाज न मिलने के कारण बालिका ने दम तोड़ दिया। पिता संजय ने बताया कि चिकित्सकों की लापरवाही से उसकी नवजात बालिका की जान गई।

हत्यारों पर लगेगी रासुका, जेई के हत्यारों को ढूंढ रहीं है पुलिस की दस टीमें

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मथुरा। बिजली विभाग के जेई प्रदीप कुमार के हत्यारों पर एनएसए (रासुका) लगाई जाएगी। हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस की 10 टीमें लगाई गई हैं। आगरा की सर्विलांस टीम के अलावा तेज-तर्रार इंस्पेक्टरों को भी खुलासे में लगाया गया है।
बृहस्पतिवार रात पानीगांव बिजलीघर से रसखान नगरी में कमरे पर लौटते हुए गोलियां बरसाकर जेई की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में फॉरेंसिक टीम ने मौके से खून के सैंपल और मिट्टी के नमूने उठाए। डॉग स्क्वैड ने भी आसपास के इलाके में खंगाला। मृतक जेई के बड़े भाई महावीर ने अज्ञातों के खिलाफ थाना जमुनापार में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। जमुनापार पुलिस ने 10 लोगों को उठाकर पूछताछ की है, वहीं दो जेई साथियों से भी महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाई हैं। आईजी आगरा का कहना है कि हत्या के खुलासे के लिए 10 टीमें लगाई हैं। जल्द ही हत्या का खुलासा करके आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा। हत्यारोपियों पर एनएसए लगाई जाएगी।

सुनवाई के दौरान एनजीटी नहीं पहुंचे योगी सरकार के सचिव, एनजीटी ने की तल्ख टिप्पणी

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मथुरा। गिरिराज परिक्रमा संरक्षण संस्थान द्वारा दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए एनजीटी जस्टिस राघवेंद्र सिंह राठौर, जस्टिस सत्यवान सिंह गब्र्याल की पीठ ने सरकारी अधिवक्ता को कड़े शब्दों में हिदायत देते हुए कहा कि यह मामला लाखों लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ है।
मामले को बार-बार लंबित करना न्याय उचित नहीं है। लिहाजा न्यायालय अपर मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश सरकार अवनीश अवस्थी को न्यायालय की अगली तारीख 29 जनवरी के लिए तलब करता है।न्यायालय ने अपने आदेश में यह स्पष्ट कर दिया कि बार-बार सरकार द्वारा मामले की सुनवाई में समय मांगा जाना भी गलत है, जिससे न्यायालय का समय भी बर्बाद होता है और सरकारी अधिकारियों का समय भी।

मांट में 60 लाख के कार्यो का शिलान्यास, विधायक श्याम सुंदर शर्मा ने कही ये बड़ी बात

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मथुरा। मांट विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री श्याम सुंदर शर्मा ने ग्राम पंचायत मांट मूला और मांट राजा में करीब 60 लाख रुपये लागत की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। विधायक ने कहा कि काम दस दिन में शुरू कर इसे शीघ्र तैयार किया जाए। ताकि यहां के लोगों को इसका लाभ मिल सके। शुक्रवार को मांट विधानसभा क्षेत्र के विधायक पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री श्याम सुंदर शर्मा ने मांट राया रोड पर स्थित राधे महिंद्रा स्कूल पर सीसी रोड,मांट राजा में पंचायत घर से श्मशान घाट तक सीसी रोड, नशीटी रोड पर पेवर कार्य,मांट मूला में पेवर कार्य सहित 60 लाख रुपये के विकास कार्यो का शिलान्यास किया। विधायक ने कहा कि मांट क्षेत्र तीन लोकांे से अलग है इसलिए यहां की जनता की सेवा करना ही मेरा कर्तव्य है।

यमुना में सीवर गिरने से रोकने में नाकाम अफसर पर गिरी गाज, प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी को सौंपी जिम्मेदारी

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मथुरा। यमुना में गिर रहे नालों के पानी का मामला शासन तक गूंजने और लापरवाही बरतने पर जल निगम के परियोजना प्रबंधक महाराज सिंह पर निलंबन की कार्रवाई होने के बाद अधिकारियों में खलबली मच गई है। फिलहाल इसकी माॅनीटरिंग का काम प्रदूषण विभाग को सौंप दिया है। माना जा रहा है कि प्रदूषण विभाग जो रिपोर्ट सौंपेगा उसके आधार पर कुछ और अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
यमुना में महानगर के नाले लगातार गिर रहे थे, जिसके कारण श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हो रही थीं। इस संबंध में मीडिया द्वारा लगातार समाचार प्रकाशित किये जा रहे थे। जिसे लेकर उच्चाधिकारियों द्वारा शासन को रिपोर्ट भेजी गई। इन रिपोर्ट के आधार पर शासन ने जलनिगम के परियोजना प्रबंधक महाराज सिंह को निलंबित कर दिया।
जल निगम के अधिकारियों ने जलकल तथा निगम के सफाईकर्मियों पर सीवर साफ न करने का आरोप लगाया था, जबकि जलकल के अधिकारियों ने इसे जल निगम की लापरवाही बताया था। दोनों विभागों द्वारा लापरवाही बरतने संबंधी मामले पर सख्त हुए डीएम सर्वज्ञराम मिश्र ने इसकी जिम्मेदारी प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी डा. अरविंद कुमार को सौंपी। उनके द्वारा बुधवार को स्वामी घाट से लेकर बंगाली घाट तक के मैनहॉल का निरीक्षण किया गया। उनके द्वारा करीब 50 मैनहाॅल देखे गए, जिसमें पाया कि मैनहाॅल साफ थे लेकिन बंगाली घाट पर चलने वाले चार पंप में से सिर्फ एक ही पंप चालू मिला था।
बैठक मेें यमुना कार्य योजना के नोडल अधिकारी एडीएम वित्त एवं राजस्व, प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी, अपर नगर आयुक्त सतेंद्र तिवारी, जीएम जलकल रमेश चंद्र, एई राधेश्याम, यमुना मामले के याचिकाकर्ता व हिन्दूवादी नेता गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी आदि मौजूद थे। इस संबंध में क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी डा. अरविंद कुमार ने कहा कि यमुना में नालों का पानी गिरने के मामले में माॅनीटरिंग का कार्य हमें सौंपा है। प्रतिदिन हम यमुना में गिर रहे नालों की माॅनीटरिंग कर जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपेंगे। 22 जनवरी तक प्रतिदिन निरीक्षण कर पता लगाएंगे कि सीवर की सफाई हो रही है या नहीं। नालों के गंदे पानी को साफ कर यमुना में डालने वाले पंप चल रहे हैं या नहीं।

जेई हत्याकांडः 26 जिलों के जूनियर इंजीनियर हड़ताल पर, हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने का अल्टीमेटम

मथुरा। जमुनापार इलाके में विद्युत विभाग के अवर अभियंता प्रदीप कुमार की गोली मारकर नृशंस हत्या की गई है। कुछ दिन पहले एक ग्रामीण का विद्युत कनेक्शन काटे जाने को लेकर हुए विवाद के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया है।
इस घटना को लेकर दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड से जुड़े सभी करीब 26 जिलों के जूनियर इंजीनियर शुक्रवार को कार्य बहिष्कार हड़ताल पर रहे। कर्मचारियों के तेवर देखते हुए सुबह ही बिजली विभाग की एमडी सौम्या अग्रवाल, आईजी ए सतीश गणेश, मंडलायुक्त अनिल कुमार मथुरा पहुंचे। पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने एमडी, आईजी, कमिश्नर का घेराव कर जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने सुरक्षा की मांग की। कर्मचारियों ने कहा की रात में बिना पुलिस प्रोटेक्शन के बिजली विभाग के कर्मचारी कार्रवाई नहीं करेंगे। जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही इस घटना का खुलासा किया जाएगा और पीड़ित परिवार को हर संभव मदद दिलाई जाएगी। एसएसपी शलभ माथुर ने कहा कि पूछताछ के लिए कुछ लोगों को उठाया गया है। अवर अभियंता प्रदीप कुमार के मोबाइल की सीडीआर निकलवाई जा रही है किस व्यक्ति से विवाद हुआ या किसी भी प्रकार की पुरानी घटना की जांच की जा रही है। घटना के खुलासे के लिए सर्विलांस, एसओजी और स्वाट टीम को भी लगाया गया है। बिजली विभाग के जेई प्रदीप कुमार की हत्या के पीछे किसी परिचित का हाथ होने का आशंका जताई जा रही है। उनसे कुछ लूटा नहीं। लैपटाॅप, पर्स और बाइक घटनास्थल पर ही पड़ी मिली। अगर लूट नहीं हुई तो मकसद सिर्फ हत्या करना ही था। जेई की बाइक स्टैंड पर खड़ा होना पुलिस बता रही है। इससे साफ हो रहा है कि हत्या करने वाला कोई करीबी ही है। पुलिस के अनुसार जेई हत्यारों को बखूबी जानते होंगे। जेई ने हेलमेट भी लगा रखा था। गोली पास से ही मारी गई है। गोली मारने वाला एक है या फिर उससे अधिक यह तो हत्या का खुलासा होने पर पता चलेगा।